** मेरे प्यारे भाइयों और बहनों आप कैसे हो जी ? **
* क्रोध -
* जब आप क्रोध करते है तो आपका स्वभाव ही नही बिगड़ता, बल्कि और भी बहुत कुछ
बिगड जाता है।
* क्रोध की आग बुझाना ही अर्थात में मस्तिष्क के तापमान का नियन्त्रण है।
* हथियार स्वयं खतरनाक नही होते, परन्तु मानव के अंदर छिपा क्रोध ही उन्हे हानिकारक बना
देता है।
* क्रोध मनुष्य को पागल बना देता है,तो क्यो न हम विवेक से काम ले ?
* क्रोधी व्यक्ति वास्तव में स्वयं के साथ भी क्रोधित रहता है।
* यदि कोई आपसे क्रोध से बात करता है तो क्रोध की आग पर प्रेम का शीतल जल डाल
दीजिए।
**मेरे अति प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा इसके लिए धन्यवाद।
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NICE THOUGHTS JEE
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