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Thursday, March 4, 2021

Maha Shivratri 2022 Date: 1 मार्च ,**(1).शिवरात्री,(2).निराकार ज्योति स्वरूप से प्यार,(3).पॉच विकार**


** मेरे प्यारे भाइयो और बहनो आप कैसे हो ? 

**नोट = जरूरी इन बातो को आप स्वीकार कर लेवे।** 
**आप देखेंगे कि अन्य किसी महात्मा के जन्मदिवस पर लोग तो निर्जल उपवास करते हैं, रात्री पर जागते है, ही वे उस प्रतिमा का पूजन करते हैं और ही उसकी प्रतिमा गोल-मोल आकृति होती है। एक शिव ही के जन्मोत्सव की 'यह विशेषता है। शिव की प्रतिमा ही शारीरिक आकृति से रहित है क्योंकि शिव अशरीरी परमपिता का नाम है और यह प्रतिमा उस ज्योतिबिंदु ही की प्रतिमा है जो सारे विश्व से अज्ञान(विकार-बुराईया)-रात्री का अंत करते हैं तथा सभी आत्माओं को जगाते है|


** किसी का दिल अगर जीतना है तो उसके प्रति सम्पूर्ण समर्पण चाहिए,ऐसा आप सब भी तो मानते ही है ना! वैसे भी प्रेम समर्पण का ही एक नाम है। प्रेम के लिए किसी को भी कोई विशेष प्रतिमा या आकृति की जरूरत नहीं पडती, हसमें तो सिर्फ गुणों पर फिदा होना होता है। अगर आकृति पर फिदा होंगे तो कहीं न कहीं से थोड़ा नुक्स निकाल ही लेंगे। शायद इसलिए इस निराकर से प्यार करना सबसे सहज व सुखद लगा । और लगेगा भी क्यों नहीं, क्योंकि वह गुणों नहीं, सर्व गुणों का सागर है, हम सभी का चहेता है। जिसके आधार से इस सृष्टि में प्रेम बसता है, और इस दुनिया में हर किसी को, जिसका वो सागर है वही याहिए, - जैसे प्रेम, प्यार, स्नेह और कुछ नहीं। बस यही हमारी, आप सबकी इच्छा भी तो है। तो उस  प्रेम के सागर से आओ  हम भी प्रेम कर लें।


**पॉच विकार = शिवरात्री के अवसर पर लोग रात को शिव की आराधना करते हुए जागरण करते है। वास्तव में जागरण में जागरण नही अपितु आत्मा की ज्योति को जागृत कर जीवन की बुराईया को त्यागना ही परमात्मा शिव से सुख और शान्ति का वरदान लेने से समान ऐसे त्योहारों पर दिनभर भूख प्यासे रहकर उपवास, व्रत किया जाता है। लेकिन इसकी सार्थकता तभी है जब हम भोजन आदि को त्याग की बजाए पांच सिक्को अर्थात् पांच विकारो(काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार) का त्याग कर सत्कार्य करने लगेंगे और सदा परमात्मा की स्मृति में रहेंगे। इन पांच मनोविकारो ने आत्मा को क्षीण(कमजोर) किया है। परमात्मा शिव को केवल याद करने भाजसेही क्षीण आत्मा शक्तिशाली बनती है। - सभी प्यारे दोस्त इस अवसर पर एक दृढ़ संकल्प करें कि हम सदा परमात्मा के नजदीक रहने का अभ्यास कर, सच्चा उपवास करेंगा सहिष्णुता धार्मिक एकता की प्रेरणा देना का पर्व है महाशिवरात्री ।**

*(1).शिवरात्री,(2).निराकार ज्योति स्वरूप से प्यार,(3).पॉच विकार**  आडियों सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे = https://anchor.fm/positive-thoughts6/episodes/Maha-Shivratri-2021-Date-11---1--2------3-es4noe

**मेरे अति प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा इसके लिए धन्यवाद। अगर पोस्ट पढ़ने के बाद आपके मन में क्या प्रतिक्रिया हुई कृप्या कमेंट कीजिए और अगर आपको आपको लगे कि इस पोस्ट विचार किसी के काम आ जाये तो कृप्या इसे शेयर कीजिए। अच्छा मिलते रहेंगे।— सहदृय से धन्यवाद

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