** मेरे प्यारे भाइयों और बहनों आप कैसे हो जी ? **
★ यह रंगपंचमी का उत्सव तो बहुत अच्छे से मना रहे हो। लेकिन उत्साह सदा रहे
इसलिए उत्सव मना रहे हो। हर दोस्तो का ग्रुप रंगपंचमी का उत्सव मना रहे हैं तो यह उत्सव
मनाना अर्थात माया(बुराईया) को विदाई देना। रंग लगाना और रंगे हुए चहरे का दृश्य तो
बहुत अच्छा लगता है। फिर ऐसे नही उत्सव पूरा हुआ और जैस थे वैसे ही रहे अर्थात माया
को फिर से गले लगाले।
• यह उत्साह दिलाने का फंक्सन है। तो जिन्होंने यह रंगपंचमी का उत्सव मनाया
है वह हाथ उठाओ। खूब बनाओ लेकिन मनाना अर्थात्
बनना(अच्छा बनना) और बनाना। उत्सव मनाने समय अपने आपको अन्डरलाइन करो सदा याद(प्रभु
की) और सेवा के उत्साह में रहने वाली आत्मा हूँ.....तो ऐसा उत्सव मनायेंगा ना?
उत्सव में रहने वाली आत्मायें अर्थात्
सदा उत्साह में रहना और औरों को भी उत्साह में लाना।
★ आप प्यारे दोस्त मुख से भी बालते हो तो उत्साह दिलाने के लिए बोलते है ? उत्साह की बाते सुनाना। वह रोता हो, आप अन्हें उत्साह में नचा दो। जब कोई दिल में उत्साह होता है तो क्या होता है? पांव नाचना लगता ही जैसे यह उत्सव कारते हो ना। तो लास्ट में क्या करते हो? सब डांस करते हैं ना। यह तो पाव की डांस है, लेकिन आप प्यारे दोस्त मन से उत्साह दिलाने और उत्साह में रहने वाले बनो। ★
★'सच्चे दिल से शुभ याद'.
*मेरे अति प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा इसके लिए धन्यवाद। अगर पोस्ट पढ़ने के बाद आपके मन में क्या प्रतिक्रिया हुई कृप्या कमेंट कीजिए और अगर आपको लगे कि इस पोस्ट के विचार किसी के काम आ जाये तो कृप्या इसे शेयर कीजिए। अच्छा मिलते रहेंगे। = सहदृय से धन्यवाद
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