** मेरे प्यारे भाइयों और बहनों आप कैसे हो जी ? ** **नोट = जरूरी इन बातो को आप स्वीकार कर लेवे।**
EVERY DAY
Earth Day
April 22
- प्रकृति के साथ
सद्भाव में रहे
**हम सभी अपनी माँ से बहुत प्यार करते हैं, इसमें कोई संदेह नहीं। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई इंसान होगा कि जो अपनी माँ से प्यार नहीं करता होगा, परंतु अपनी माँ के साथ-साथ हम प्रकृति माँ , जोकि हमारे जीवन में एक निर्णायक भूमिका निभाती है, उसके योगदान को पूर्ण रीति से भूल जाते हैं। ऐसा क्यो ? क्योंकि खुद को 21वीं सदी का आधुनिक मानव समझने वाले अधिकांश लोग माँ प्रकृति से मीलों दूर होकर अत्यंत कृत्रिम जीवन जीने के आदि बन चुके हैं। एयर कंडीशनर की बनावटी ठंडक में सारा दिन बैठ-बैठकर हम हवा की सरस-राहट के साथ, पत्तों की टकराहट को सुनते हुए, कहीं दिशाहीन होकर प्रकृति के आंचल में खो जाने का लुत्फ उठाना जेसे भूल ही गए हैं। खुद के चुने हुए स्वार्थ संबंधों के जाल में फंसकर हम यह भूल जाते हैं कि वास्तव में प्रकृति ही हमारी सच्ची साथी है, क्योंकि जब कोई हमारे साथ नहीं होता है, तब केवल माँ प्रकृति का आंचल ही हमें ममता से दुलारता है। भले ही हम मनुष्य अपने जीवन की आपाधापी में प्रकृति को भुला देते हैं, परंतु वह हमेशा हमें अपने होने का एहसास नित्य पल कराती ही रहती है।
**मेरे अति प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा इसके लिए धन्यवाद।
अगर पोस्ट पढ़ने के बाद आपके मन में क्या प्रतिक्रिया हुई कृप्या कमेंट कीजिए और अगर आपको लगे कि इस पोस्ट के विचार किसी के काम आ जाये तो कृप्या इसे शेयर कीजिए। अच्छा मिलते रहेंगे। = सहदृय से धन्यवाद **
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