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Wednesday, April 28, 2021

प्रश्न = श्रेष्ठ वृत्ति(सोच,विचार) क्यो रखे?

                    ** मेरे प्यारे भाइयों और बहनों आप कैसे हो जी ? **                                                   **नोट = जरूरी इन बातो को  आप स्वीकार कर लेवे।**


प्रश्न = श्रेष्ठ वृत्ति(सोच,विचार) क्यो रखे?

उत्तर = हमारी जिंदगी में  परिस्थिति भी आती है और व्यक्ति के संबंध संपर्क में आते है और वहा सफलता मन की स्थिरता के हमारे श्रेष्ठ  वृत्ति की आवश्यकता होती है। हमारे बहुत से कार्य केवल श्रेष्ठ वृत्ति  से हो सकते है।

इसको एक उदाहरण से समझ सकते है कि आपको अपनी  बाते किसी पर्सन के सामने रखनी है, अगर उस स्थिति में अगर हमारी श्रेष्ठ वृत्ति नही होगी तो सफलता के प्रतिशत में कमी सकती है या  सामने वाला आपकी बात को स्वीकार नही करेगा क्योकि आपने  पहले से ही परिणाम निश्चित कर लिया था, जिससे हमे देह अभिमान जाता है और हमार मन भी अस्थिर हो जाता है याद रहे अगर आप का मन अस्थिर तो आपके मन में ज्यादा विचार ज्यादा चलेगे  याद रहे अगर ज्यादा विचार चले तो सोचे वह हमारी  निगेटिव स्थिति है।

याद रहे जिस पर्सन के आगे हम अपने आप रखते है तो उसका स्वभाव संस्कार, और भाव के वायब्रेशन का ओरा या उसका वायुमण्डल उसके आस-पास रहता है,जब हम नेगेटिव रहते है तो हमार मन अस्थिर  होने के कारण  हम उसकी  स्थिति को भाप नही सकते  उस स्थिति में तत्काल अपनी बात रख देते है और आपके पक्ष में परिणाम नही आने चांस रहते है। अगर आप की श्रेष्ठ वृत्ति की  स्थिति रहती  है तो उस अवस्था में  आपकी मानसिक स्थिति ठीक रहेगी और सामने वाले के  संकल्प या मनोभाव पढ़ कर आप अपनी बात युक्ति से रख सकते है या यह हो सकता है कि सामने सामने वाले कि मानसिक स्थिति ठीक नही है तो आप अपनी बात नही  रखेगे इससे यह भी होगा  कि आपका उससे व्यवहार नही बिगड़ेगा। याद रहे अपने श्रेष्ठ वृत्ति की स्थिति में होतो आप अपनी बात रख दी है अगर वह नही माने कोई बात नही। क्योकि जरूरी नही आपकी बात मान ले जाये और  आपके पक्ष परिणाम जाये। साथ याद रहे हमे अपनी बात को डायरेक्ट  नही रखना चाहिए  बल्कि सकारात्मक और प्रश्नात्मक रूप से रखना चाहिए, सामने वाले से ऐसा आप बोल सकते है कि ऐसा हो सकता है या जरूरी नही मेरी बातो को आप मान ले ताकि सामने वाला आपकी बात को साचने पर मजबुर हो जाए।


**मेरे अति  प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा  इसके लिए धन्यवाद। 

अगर पोस्ट पढ़ने के बाद आपके मन में क्या प्रतिक्रिया हुई कृप्या कमेंट कीजिए और अगर  आपको लगे कि इस पोस्ट के विचार किसी के काम आ जाये तो कृप्या इसे शेयर कीजिए। अच्छा मिलते रहेंगे। = सहदृय से धन्यवाद **


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