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Wednesday, March 17, 2021

Hppy Holi 2021,(1)ज्ञान-गुलाल से होली खेलो

 ** मेरे प्यारे भाइयो और बहनो आप कैसे हो ? 

**नोट = जरूरी इन बातो को आप स्वीकार कर लेवे।**


**ज्ञान-गुलाल से होली खेलो – होली के दिल एक-दूसरे पर सूखा रंग डाल कर गले मिलते हैं | इस मिलन को ‘मंगल-मिलन' कहा जाता है। परन्तु मैं देखता हूँ कि होली खेलने वाले इस प्रथा की आड़ में एक -दूसरे को जूतों की माला तथा हृदृय में ईर्ष्या-द्वेष होने के कारण अनेक प्रकार से बदले लेते हैं |मिलन इसलिए होता है कि मिलने वाले  अपने पुराने भेद-भावों को भूलकर, अब मिलकर एक-दूसरे के मंगल(कल्याण) की सोचेंगे किंतु पुराने मन में युक्तियुक्त रीति से , परिवर्तन न हुआ होने के कारण इस मिलन कोई विशेष महत्व नहीं। रह जाता | इससे शिक्षा लेकर मैं ज्ञान-गुलाल से होली खेलता हूँ। मैं स्वयं भी ज्ञान-केसरिया लगवाता हूँ और दूसरों को भी लगाता हूँ क्योंकि ज्ञान से मनुष्यों के मन में शुद्धि आ जाती है। ज्ञान द्वारा प्रभु-मिलन की आत्मा के लिए मंगल-मिलन है। इससे सब द्वेष-भाव । सदा के लिए मिट जाते है। 




** मेरे प्यारे भाइयो और बहनो अगर आप इस ब्लाग का आडियो सुनना चाहते है तो  इस लिंक पर क्लिक करे - https://anchor.fm/positive-thoughts6/episodes/Happy-Holi-2021-1--ess687


**मेरे अति प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा इसके लिए धन्यवाद। 

अगर पोस्ट पढ़ने के बाद आपके मन में क्या प्रतिक्रिया हुई कृप्या कमेंट कीजिए और अगर आपको आपको लगे कि इस पोस्ट विचार किसी के काम आ जाये तो कृप्या इसे शेयर कीजिए। अच्छा मिलते रहेंगे।— सहदृय से धन्यवाद

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