*आज का विचार = असफलता के विचार से सफलता का उत्पन्न होना उतना ही असभंव है जितना बबूल के पेड़ से गुलाब के फुल का निकलना
** मेरे प्यारे भाइयों और बहनों आप कैसे हो जी ? **
**नोट = जरूरी इन बातो को आप स्वीकार कर लेवे।**
★(1). ज्ञान अंजन सतगुरू दिया अज्ञान अन्धेर विनाश। जो पूज्य{देवी-दवेता} थे वही फिर पुजारी {मनुष्य} बन पड़े हैं। पूज्य हैं रोशनी में। पुजारी हैं अन्धियारे में। परमात्मा को आपेही पूज्य, आपेही पुजारी नहीं कह सकते हैं। वह तो है ही परम पूज्य। सबको पूज्य बनाने वाला। उनको कहा जाता है परम पूज्य। परमपिता परम आत्मा माना परमात्मा। कृष्ण को थोड़ेही ऐसे कहेंगे। उनको सब गॉड फादर नहीं कहेंगे। निराकार गॉड को ही सब गॉड फादर कहते हैं। है वह भी आत्मा परन्तु परम है इसलिए उनको परमात्मा कहा जाता है। वह परम आत्मा सदैव परमधाम में रहने वाले हैं। अंग्रेजी में उनको सुप्रीम सोल कहा जाता है। बाप कहते हैं - तुम गाते भी हो आत्मा परमात्मा अलग रहे बहुकाल...। ऐसे नहीं परमात्मा, परमात्मा से अलग रहे बहुकाल...। नहीं, यह पहले नम्बर का अज्ञान है - आत्मा सो परमात्मा, परमात्मा सो आत्मा कहना। आत्मा तो जन्म मरण में आती है। परमात्मा थोड़ेही पुनर्जन्म में आते हैं।
★(2).जो अच्छी रीति पढ़ेंगे(राजयोग) वह स्वर्ग के मालिक बनेंगे। नहीं पढ़ेंगे तो प्रजा पद पायेंगे। यहाँ {प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय} तुम आये हो राज्य पद पाने। यह पढ़ाई है, इसमें अन्धश्रद्धा की तो बात ही नहीं। यह पढ़ाई(राजयोग) है राजाई के लिए। जैसे पढ़ाई की एम आब्जेक्ट है - बैरिस्टर बनेगा तो योग जरूर पढ़ाने वाले टीचर से रखना पड़े। यहाँ तुमको भगवान पढ़ाते हैं तो उनसे योग लगाना है। बाप{परमात्मा} कहते हैं - मैं परमधाम, बहुत दूर से आता हूँ। परमधाम कितना ऊंचा है। सूक्ष्मवतन से भी ऊंच वहाँ से आने में मुझे सेकेण्ड लगता है। उनसे तीखा और कुछ हो नहीं सकता। सेकण्ड में जीवनमुक्ति देता हूँ। जनक का मिसाल है ना।
★(3).गॉड फादर नॉलेजफुल, ब्लिसफुल है। वह{परमात्मा} तुमको पढ़ा रहे हैं। तुम जानते हो इस पढ़ाई(राजयोग) से हम सो देवी देवता बनेंगे। तुम भारत की सेवा कर रहे हो। पहले-पहले तो बाप{परमात्मा} का बनना है और जगह तो गुरू के पास जाते हैं, उनका बनते हैं अथवा उनको अपना गुरू बनाते हैं। यहाँ{प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय} तो है बाप{परमात्मा} । तो पहले बाप का बच्चा बनना पड़े। बाप बच्चों को अपनी जायदाद देते हैं।
**मेरे अति प्यारे भाइयो और बहनों आपने अपना किमती समय निकालकर इस पोस्ट को पढ़ा इसके लिए धन्यवाद।
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